PM Maandhan Yojana नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप सब का स्वागत करती हूँ। आज का यह आर्टिकल देश के सभी छोटे सीमांत किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी होगी।
किसान खेतों में पसीना बहाने के बाद जब उम्र ढलने लगे, तब भी हर महीने एक निश्चित रकम आपके बैंक खाते में पहुँचे।चिंतामुक्त बुढ़ापा जीने का यह सपना “प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना” (PM-KMY) छोटे और सीमांत किसानों को साकार करने का वादा करती है। PM Maandhan Yojana
यह सिर्फ एक पेंशन योजना नहीं, बल्कि हमारे अन्नदाताओं को सम्मान और सुरक्षा देने का सरकार का एक ठोस कदम है। आइए, गहराई से समझते हैं कि यह योजना कैसे काम करती है और आप इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं।
पीएम मानधन योजना क्या हैं।
भारतीय किसान, खासकर छोटे और सीमांत जोत वाले, अक्सर अपनी उत्पादक आयु के बाद आर्थिक अनिश्चितता का सामना करते हैं। पारंपरिक बचत के साधन सीमित होते हैं और सामाजिक सुरक्षा का अभाव रहता है। PM-KMY, जिसे आमतौर पर किसान मानधन योजना के नाम से जाना जाता है, सितंबर 2019 में शुरू की गई एक स्वैच्छिक और अंशदायी पेंशन योजना है।
पीएम मानधन योजना का उद्देश्य
पीएम मानधन योजना भारत सरकार ने किसानों के लिए शुरू की है जिसके उद्देश्य निम्लिखित हैं, जो निचे इस प्रकार से दिए गए हैं। PM Maandhan Yojana
- 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद किसानों को एक निश्चित मासिक पेंशन (न्यूनतम ₹3,000) प्रदान करना।
- किसानों को एक सरल और सुरक्षित तरीके से अपने बुढ़ापे के लिए बचत करने का अवसर देना।
- छोटे किसानों को औपचारिक पेंशन प्रणाली से जोड़ना और उन्हें वित्तीय समावेशन की मुख्यधारा में लाना।
- पेंशन की नियमित आय से किसानों को वृद्धावस्था में अपने परिवार पर आर्थिक रूप से कम निर्भर रहने में मदद करना।
पीएम मानधन योजना का लाभ
प्रधानमत्री मानधन योजना के तहत किसानों को सरकार ने निम्नलिखित लाभ दिए है।
- लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु के बाद न्यूनतम ₹3,000 प्रति माह की पेंशन जीवनभर मिलती है। यह राशि सरकार द्वारा गारंटीशुदा है। PM Maandhan Yojana
- योजना की सबसे बड़ी खासियत है सरकार का समान योगदान। किसान जितनी राशि अपने पेंशन फंड में जमा करता है, उतनी ही राशि सरकार भी उसके खाते में जोड़ती है। यानी किसान का हर रुपया दोगुना हो जाता है!
- अंशदान की राशि किसान की आयु पर निर्भर करती है और शुरुआत में बहुत कम है (कुछ मामलों में महज ₹55/माह)। यह राशि तय है और समय के साथ नहीं बढ़ती, जिससे बजट बनाना आसान होता है।
- पूरा फंड भारत सरकार द्वारा संचालित होता है। इसमें शेयर बाजार या अन्य जोखिम वाले निवेश का कोई खतरा नहीं होता। पूंजी की सुरक्षा गारंटीड है।
- अगर लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके जीवनसाथी को पेंशन का 50% (यानी ₹1,500/माह) जीवनभर मिलता रहेगा (स्पाउस पेंशन)। दोनों की मृत्यु होने पर संचित कोष में जमा राशि परिवार के नॉमिनी को मिल जाती है।
- खाते का प्रबंधन और पेंशन का भुगतान जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा किया जाता है, जिसकी विश्वसनीयता सर्वविदित है।
योजना के लिए पात्रता
अगर आप भी इस योजा के तहत ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो आपको कुछ जरुरी शर्तों को पूरा करना होगा जो निचे दिए गए है।
- के छोटे और सीमांत किसान इस योजना के पात्र हैं।
- किसान के पास अधिकतम 2 हेक्टेयर (लगभग 5 एकड़) तक की खेती योग्य जमीन होनी चाहिए। जमीन के स्वामित्व के आधार पर ही पात्रता तय होती है।
- योजना में शामिल होने के लिए किसान की आयु 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
अंशदान कितना और कैसे? (योगदान राशि)
आपका मासिक योगदान आपकी शामिल होने की आयु पर निर्भर करता है। यह राशि पूरे योगदान अवधि (60 वर्ष की आयु तक) में समान रहती है।
शामिल होने की आयु (वर्ष में) | किसान का मासिक योगदान (₹) | सरकार का मासिक योगदान (₹) | कुल मासिक योगदान (₹) | अनुमानित वार्षिक योगदान (₹) |
---|---|---|---|---|
18 | 55 | 55 | 110 | 1320 |
19 | 58 | 58 | 116 | 1392 |
20 | 61 | 61 | 122 | 1464 |
21 | 64 | 64 | 128 | 1536 |
22 | 68 | 68 | 136 | 1632 |
23 | 72 | 72 | 144 | 1728 |
24 | 76 | 76 | 152 | 1824 |
25 | 80 | 80 | 160 | 1920 |
26 | 85 | 85 | 170 | 2040 |
27 | 90 | 90 | 180 | 2160 |
28 | 95 | 95 | 190 | 2280 |
29 | 100 | 100 | 200 | 2400 |
30 | 105 | 105 | 210 | 2520 |
31 | 110 | 110 | 220 | 2640 |
32 | 120 | 120 | 240 | 2880 |
33 | 130 | 130 | 260 | 3120 |
34 | 140 | 140 | 280 | 3360 |
35 | 150 | 150 | 300 | 3600 |
36 | 160 | 160 | 320 | 3840 |
37 | 170 | 170 | 340 | 4080 |
38 | 180 | 180 | 360 | 4320 |
39 | 190 | 190 | 380 | 4560 |
40 | 200 | 200 | 400 | 4800 |
-
योगदान त्रैमासिक (हर तीन महीने में), अर्ध-वार्षिक (हर छह महीने में) या वार्षिक रूप से किया जा सकता है। सीधे बैंक खाते से ऑटो-डेबिट की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे भूलने का डर नहीं रहता।
-
किसान द्वारा अपना योगदान जमा करने पर ही सरकार अपना हिस्सा जोड़ती है।
जरुरी दस्तावेज
आवेदन करते समय इन दस्तावेजों की स्कैन कॉपी या फोटो की आवश्यकता होगी।
- आधार कार्ड
- भूमि दस्तावेज
- निवास प्रामण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- आयु प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- अन्य दस्तावेज
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। आप ये तरीके अपना सकते हैं।
- सबसे पहले मानधन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- इसके बाद आपको Services मेन्यू में “New Enrollment” या “Self‑Enrollment” विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करें।
- इसके बाद Mobile Number दर्ज करें और ओटीपी वेरिफाई करें।
- इसके बाद लॉगिन होने पर “Pradhan Mantri Shram Yogi Maandhan Yojana का चयन करें।
- इसके बाद आपके सामने आवेदन फॉर्म खुलकर आ जायगा।
- फॉर्म में जरूरी जानकारी भरें – आधार, बैंक खाता, उम्र, nominee इत्यादि।
- बैंक खाता से ऑटो‑डेबिट की सहमति दें।
- एक बार भरने के बाद “Submit” करें → आपको एक यूनिक पेंशन नंबर मिल जाता है।
पेंशन कब और कैसे मिलेगी
-
लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद मासिक पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी।
-
पेंशन की राशि सीधे लाभार्थी के पंजीकृत बैंक खाते में हर महीने जमा कर दी जाएगी।
-
पेंशन की अधिकतम गारंटी राशि ₹3,000 प्रति माह है। अगर फंड के प्रदर्शन के आधार पर गणना की गई पेंशन ₹3,000 से अधिक होती है, तो वह अधिक राशि भी आपको मिल सकती है। लेकिन ₹3,000 से कम कभी नहीं होगी।
योजना से बाहर निकलना
- अगर कोई लाभार्थी किसी कारणवश योजना से बाहर निकलना चाहे, तो वह ऐसा कर सकता है। हालाँकि, उसे केवल अपने द्वारा किए गए योगदान की राशि (सरकारी योगदान और उस पर बने ब्याज को छोड़कर) ही वापस मिलेगी।
- अगर पेंशन शुरू होने से पहले मृत्यु होती है, तो नॉमिनी को कुल संचित कोष (किसान का योगदान + सरकार का योगदान + ब्याज) मिल जाता है।
- जीवित जीवनसाथी को स्पाउस पेंशन (₹1,500/माह) जीवनभर मिलती रहेगी।
- जीवनसाथी की भी मृत्यु हो जाने पर, नॉमिनी को शेष कोष (यदि कोई हो) मिल जाता है।
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Conclusion
PM Maandhan Yojana छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक वरदान की तरह है। यह सिर्फ एक पेंशन योजना नहीं है, बल्कि किसानों को उनकी मेहनत का सम्मान और उनके बुढ़ापे की सुरक्षा देने का एक सार्थक प्रयास है। सरकार के समान योगदान की बात इस योजना को और भी आकर्षक बनाती है। जितनी कम उम्र में आप इस योजना में शामिल होंगे, आपका मासिक योगदान उतना ही कम होगा और रिटर्न उतना ही बेहतर होगा।
PM Maandhan Yojana(FAQs)
उत्तर – जी नहीं। योजना में शामिल होने की अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष है। 40 वर्ष से अधिक उम्र के किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
उत्तर – योजना के नियमों के अनुसार, नियमित योगदान जरूरी है। लंबे समय तक योगदान न करने पर आपका खाता ‘डिफॉल्ट’ हो सकता है। डिफॉल्ट की स्थिति में आपके द्वारा जमा राशि पर ब्याज कम मिल सकता है या खाता बंद भी हो सकता है। बेहतर है कि समय पर योगदान करें या ऑटो-डेबिट सुविधा लगवाएं।
उत्तर – नहीं। एक बार आप 60 वर्ष के हो जाते हैं और पेंशन मिलना शुरू हो जाती है, तो आपको योगदान देना बंद कर देना होता है। पेंशन आपको जीवनभर मिलती रहेगी।
उत्तर – नहीं। योगदान राशि आपके योजना में शामिल होने की आयु के आधार पर तय होती है और इसे बाद में बदला नहीं जा सकता। यह राशि निश्चित रहती है।