Pradhan Mantri Road Scheme : प्रधानमंत्री सड़क योजना क्या है, ऑनलाइन आवेदन कैसे करें

Pradhan Mantri Road Scheme

Pradhan Mantri Road Scheme आपको बता दे की जहाँ बारिश के मौसम में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, गर्भवती महिलाएँ समय पर अस्पताल नहीं पहुँच पातीं, और किसान की मेहनत से पैदा की गई फसल बाजार तक पहुँचने से पहले ही सड़ जाती है। कारण? गाँव को बाहरी दुनिया से जोड़ने वाली एक पक्की सड़क का अभाव।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) ने भारत के ऐसे हजारों गाँवों की तकदीर बदलने का भगीरथ प्रयास किया है। यह सिर्फ सड़कें बनाने की योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का एक क्रांतिकारी कदम है। आइए, इस योजना को विस्तार से समझते हैं। Pradhan Mantri Road Scheme

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना क्या है 

PMGSY की नींव दिसंबर 2000 में रखी गई थी। उस समय भारत के लाखों गाँवों का बाहरी दुनिया से कोई पक्का सड़क संपर्क नहीं था। यह अलगाव गरीबी, पिछड़ेपन और विकास के अवसरों की कमी का प्रमुख कारण था। योजना का मूल उद्देश्य था: “हर मौसम में चलने लायक पक्की सड़कों के जरिए उन सभी आबादी वाले गाँवों (500+ लोग, पहाड़ी/रेगिस्तानी क्षेत्रों में 250+ लोग) को सड़क नेटवर्क से जोड़ना जो अब तक अछूते थे।” Pradhan Mantri Road Scheme

योजना का उद्देश्य 

पीएम सड़क योजना के तहत ने इस योजना को शुरू किया जिसके पूछे बहुत से उद्देश्य हैं, जो निचे दिए गए हैं।

  • बारिश, धूप, सर्दी हर मौसम में गाँवों की बाहरी दुनिया से पहुँच बनाए रखना।
  • शिक्षा, स्वास्थ्य, बाजार और रोजगार के अवसरों तक पहुँच आसान बनाना।
  • किसानों को बेहतर दाम दिलाना, ग्रामीण उद्योगों को बढ़ावा देना।
  • गाँवों को विकास की प्रक्रिया में समान भागीदार बनाना।
  • स्थानीय स्तर पर निर्माण कार्यों के जरिए रोजगार पैदा करना।

योजना के लाभ 

PMGSY ने ग्रामीण जीवन के हर पहलू को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।

  • बारिश में भी स्कूल जाना अब संभव। छात्रों की उपस्थिति और शैक्षिक परिणामों में सुधार आया है।
  • गर्भवती महिलाएँ, बीमार बच्चे और जरूरतमंद लोग समय पर अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पहुँच पा रहे हैं। एम्बुलेंस सेवाएँ प्रभावी हुई हैं। Pradhan Mantri Road Scheme
  • किसान अब अपनी फसल ताजी और अच्छी कीमत पर बाजार में बेच सकते हैं। बिचौलियों पर निर्भरता कम हुई है। दुग्ध उत्पादन और अन्य कृषि उत्पादों का परिवहन आसान हुआ है।
  • गाँवों में बनी हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुँचाना संभव हो गया है। छोटे व्यवसाय फल-फूल रहे हैं।
  • गाँवों का शहरों और अन्य समुदायों से संपर्क बढ़ा है। सामाजिक गतिविधियों और आयोजनों में भागीदारी बढ़ी है।
  • सड़क निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है। बेहतर संपर्क से नए व्यवसाय शुरू करने के रास्ते खुले हैं।
  • महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक पहुँचने में आसानी हुई है, जिससे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।

योजना के लिए पात्रता 

इस योजना के लिए सरकार ने निम्लिखित शर्तों को निर्धारित शर्तों को पूरा किया हैं।

  •  500 या उससे अधिक आबादी वाले गाँव।
  •  बहुत दुर्गम पहाड़ी या द्वीपीय क्षेत्रों में, इससे कम आबादी वाले गाँवों को भी कवर किया जा सकता है, अगर वे निकटतम सड़क से काफी दूर हैं।
  • योजना का प्राथमिक लाभार्थी गाँव की पूरी आबादी है – किसान, मजदूर, छात्र, महिलाएँ, व्यापारी सभी।
  • योजना राज्य सरकारों के ग्रामीण विकास/लोक निर्माण विभागों द्वारा केंद्र सरकार की वित्तीय सहायता से कार्यान्वित की जाती है।
  • योजना का लाभ उन्हीं गाँवों को मिलता है जिनका पक्की सड़क के जरिए किसी भी प्रमुख सड़क (राज्य राजमार्ग, जिला सड़क, या पहले से PMGSY से जुड़े गाँव) से सीधा संपर्क नहीं है।
  • 250 या उससे अधिक आबादी वाले गाँव।

आवेदन प्रक्रिया 

PMGSY के तहत सड़क निर्माण का लाभ उठाने की प्रक्रिया जमीनी स्तर से शुरू होती है। इस योजना में किसी नागरिक द्वारा आवेदन नहीं लिया जा सकता।

  •  गाँव के लोग (ग्राम सभा) अपनी जरूरत बताते हैं -> ग्राम पंचायत उसे औपचारिक रूप देती है -> जिला अधिकारी उसे OMS पोर्टल पर रिकॉर्ड करते हैं और प्रक्रिया आगे बढ़ाते हैं। आम नागरिक OMS पोर्टल का उपयोग ट्रैकिंग और शिकायतों के लिए कर सकते हैं।
  • इस योजना की अधिकारी वेबसाइट  ये है जिसमे जाकर आप आवेदन कर सकते हैं।

जरुरी दस्तावेज 

ग्राम पंचायत द्वारा जिला प्रशासन को दिए जाने वाले अनुरोध में आम तौर पर निम्नलिखित जानकारी/दस्तावेज शामिल होते हैं।

  • ग्राम सभा द्वारा पारित प्रस्ताव (रिज़ॉल्यूशन) की प्रति।
  • गाँव की वर्तमान जनसंख्या का प्रमाण (जनगणना रिपोर्ट/पंचायत रिकॉर्ड)।
  • गाँव की भौगोलिक स्थिति का विवरण और नक्शा (जिसमें दिखाया गया हो कि वह किस प्रमुख सड़क से कटा हुआ है)।
  • प्रस्तावित सड़क मार्ग का स्केच/विवरण (जहाँ तक सड़क बनानी है)।
  • सड़क निर्माण से होने वाले अपेक्षित सामाजिक-आर्थिक लाभों का विवरण (जैसे – कितने छात्रों को फायदा, कितने किसान लाभान्वित होंगे, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र/बाजार की दूरी कम होगी आदि)।
  • ग्राम पंचायत के सचिव/प्रधान द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन पत्र।

Conclusion

दोस्तों हम आशा करते हैं इस आर्टिकल मे दी गयी Pradhan Mantri Road Scheme के बारे में  जानकारी आप सभी के लिए हेल्पफुल रही होगी और यदि आपका फिर भी कोई इस लेख से सम्बंधित सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स मे जरुर लिखे हम आपकी मदद के लिए तैयार है। धन्यवाद

Pradhan Mantri Road Scheme (FAQs)

प्रश्न – मेरा गाँव PMGSY के लिए पात्र है या नहीं, कैसे पता करूँ?

उत्तर- आधिकारिक ओएमएस पोर्टल (https://omms.nic.in/) पर जाएँ। “Road Network” या “Core Network” सेक्शन में अपने राज्य, जिले और ब्लॉक का चयन करके देखें कि क्या आपके गाँव को कनेक्टिविटी के लिए पहले ही शामिल किया गया है या प्रस्तावित है। अपने ग्राम पंचायत प्रधान या जिला ग्रामीण विकास अधिकारी (DRDA/PIU) से भी पूछ सकते हैं।

प्रश्न – अगर मेरे गाँव की सड़क खराब हो गई है या निर्माण में देरी हो रही है, तो शिकायत कैसे करूँ?

उत्तर – OMS पोर्टल (https://omms.nic.in/) पर जाएँ। “Citizen Login” पर रजिस्टर करें (या “Lodge Grievance” ऑप्शन देखें)। फिर अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करें। आप सीधे जिला PMGSY कार्यालय (PIU) या DRDA कार्यालय में भी लिखित शिकायत दे सकते हैं।

प्रश्न – क्या PMGSY केवल नई सड़कें बनाती है?

उत्तर – मुख्य फोकस पहली बार पक्की सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करना (नई सड़कें) है। हालाँकि, योजना के तहत मौजूदा ग्रामीण सड़कों के उन्नयन (Upgradation) का भी प्रावधान है, खासकर उन्हें जो मुख्य सड़कों से जोड़ती हैं या जिनकी हालत बहुत खराब है।

प्रश्न – क्या PMGSY में गाँव के अंदर की गलियों को भी शामिल किया जाता है?

उत्तर – नहीं, PMGSY का उद्देश्य गाँव को निकटतम प्रमुख सड़क (राज्य राजमार्ग, जिला सड़क, या पहले से जुड़े गाँव की सड़क) से जोड़ना है, न कि गाँव के भीतर की गलियों का निर्माण करना। गाँव के भीतरी रास्तों के लिए अन्य योजनाएँ जैसे ‘महात्मा गांधी नरेगा’ या राज्य सरकार की योजनाएँ जिम्मेदार हैं।

प्रश्न – PMGSY योजना की वेबसाइट क्या है?

उत्तर – योजना की आधिकारिक जानकारी और ट्रैकिंग के लिए वेब पोर्टल है: https://omms.nic.in/ (ऑनलाइक मॉनिटरिंग सिस्टम – OMS)। इसके अलावा, ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट (https://rural.nic.in/) पर भी PMGSY सेक्शन में जानकारी मिलती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *