Read India, Grow India Scheme : भारत पढ़े भारत बढ़े योजना क्या है, इसका उद्देश्य क्या हैं।

Read India, Grow India Scheme

Read India, Grow India Scheme भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। यह एक सर्वविदित सत्य है। लेकिन क्या हमारे गाँवों की शिक्षा प्रणाली वास्तव में उनके युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर पा रही है। यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत की शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक बदलाव लाने का एक सशक्त अभियान है। आइए, समझते हैं कि कैसे यह योजना देश के भविष्य को नई दिशा दे रही है।

पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना क्या हैं 

PBBB योजना का शुभारंभ वर्ष 2021 में किया गया। इसका मुख्य लक्ष्य है ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना। विशेष रूप से, यह योजना कक्षा 1 से 10 तक के छात्र-छात्राओं पर केंद्रित है। यह मानती है कि प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर मजबूत नींव ही भविष्य के सशक्त भारत की आधारशिला है।

योजना के उद्देश्य 

  • सिर्फ पढ़ाई हो जाना ही काफी नहीं, समझना और सीखना जरूरी है। योजना बेहतर शिक्षण पद्धतियों और संसाधनों पर जोर देती है।
  • गाँवों में भी तकनीक की पहुँच को फैलाना है। ताकि छात्र डिजिटल युग में नागरिक पीछे न रह जाएँ।
  • शिक्षक ही सिस्टम की रीढ़ हैं। उन्हें नवीनतम शिक्षण तकनीकों और विषयवस्तु में प्रशिक्षित करना।
  • उच्च कक्षाओं में छात्रों को Employability Skills से लैस करना  इस योजना का मुख्य उद्देश्य हैं।
  • शिक्षा को समाज के विकास से जुड़ा हुआ बनाना। Read India, Grow India Scheme

योजना के लाभ क्या हैं 

PBBB योजना का लाभ सीधे तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों, शिक्षकों, स्कूलों और अंततः पूरे समुदाय को मिल रहा है। आइयें जानते है जो निचे दिए गए कुछ इस तरीके से।

  • बेहतर शिक्षण सामग्री और डिजिटल संसाधनों तक पहुँच।
  • रोचक और समझने में आसान शिक्षण पद्धतियाँ।
  • कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लासरूम जैसी आधुनिक सुविधाएँ।
  • व्यावसायिक प्रशिक्षण के अवसर।
  • सुधरी हुई स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर (भवन, पुस्तकालय, खेल के मैदान)।
  • नवीन शिक्षण विधियों और तकनीकों की जानकारी।
  • बेहतर शैक्षणिक संसाधनों तक पहुँच।
  • बुनियादी ढाँचे का आधुनिकीकरण और विस्तार।
  • शिक्षण-अधिगम सामग्री (TLM) की उपलब्धता।
  • डिजिटल उपकरणों (कंप्यूटर, प्रोजेक्टर) से लैस करना।
  • स्कूल प्रबंधन में सुधार के लिए मार्गदर्शन।
  • बेहतर शिक्षित और कौशल संपन्न युवा पीढ़ी का विकास।
  • स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि की संभावना।
  • शिक्षा के प्रति सामाजिक जागरूकता और भागीदारी बढ़ाना।

योजना के लिए पात्रता

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए मुख्य पात्रता को पूरा करना चाहिए जो निचे दिए गए है।  

  • मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल (केंद्र/राज्य दोनों)। आर्थिक रूप से पिछड़े शहरी क्षेत्रों के कुछ स्कूल भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन फोकस ग्रामीण है।
  • शिक्षा के स्तर, बुनियादी सुविधाओं की कमी, डिजिटल डिवाइड, छात्रों की उपलब्धि आदि मानकों के आधार पर स्कूलों का चयन किया जाता है। Read India, Grow India Scheme

जरुरी दस्तावेज 

योजना के तहत स्कूलों को लाभ प्राप्त करने या किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है (ध्यान रहे, सीधे ऑनलाइन आवेदन छात्र/शिक्षक नहीं करते, यह स्कूल/शिक्षा विभाग स्तर पर होता है)

  • स्कूल का पंजीकरण प्रमाण पत्र।
  • स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) की मान्यता संबंधी दस्तावेज।
  • स्कूल के शिक्षकों की सूची और योग्यता प्रमाणपत्र।
  • छात्र नामांकन संबंधी विवरण।
  • विद्युत और इंटरनेट कनेक्टिविटी की स्थिति का ब्यौरा।
  • यदि आवेदन किसी विशिष्ट घटक (जैसे लैब स्थापना, शिक्षक प्रशिक्षण) के लिए है, तो संबंधित प्रस्ताव या आवश्यकता का विवरण।
  • अन्य दस्तावेज।

आवेदन प्रक्रिया 

यहाँ एक महत्वपूर्ण बात समझनी जरूरी है: ‘पढ़े भारत, बढ़े भारत’ योजना के तहत सीधे तौर पर छात्र या व्यक्तिगत शिक्षक ऑनलाइन आवेदन नहीं करते हैं। योजना का कार्यान्वयन और फंड आवंटन राज्य सरकारों के शिक्षा विभागों और स्कूल प्रशासन के माध्यम से होता है।

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Conclusion

दोस्तों हम आशा करते हैं इस आर्टिकल मे दी गयी Read India, Grow India Scheme के बारे में  जानकारी आप सभी के लिए हेल्पफुल रही होगी और यदि आपका फिर भी कोई इस लेख से सम्बंधित सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स मे जरुर लिखे हम आपकी मदद के लिए तैयार है। धन्यवाद

Read India, Grow India Scheme (FAQs)

प्रश्न – क्या निजी स्कूल इस योजना का लाभ ले सकते हैं?

उत्तर – आम तौर पर, योजना का प्राथमिक लक्ष्य सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल हैं। हालाँकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में या राज्य सरकारों की नीतियों के तहत चयनित निजी स्कूल भी कुछ घटकों से जुड़ सकते हैं, लेकिन यह मुख्यधारा नहीं है।

प्रश्न – छात्र सीधे इस योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं?

उत्तर – नहीं, PBBB मुख्यतः स्कूलों की बुनियादी सुविधाओं, शिक्षण गुणवत्ता और शिक्षक प्रशिक्षण पर केंद्रित है। यह सीधे छात्रों को छात्रवृत्ति देने की योजना नहीं है। छात्रवृत्ति के लिए अन्य योजनाएँ (जैसे प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक) हैं।

प्रश्न – स्कूल में PBBB योजना लागू है या नहीं, इसकी जानकारी कैसे मिलेगी?

उत्तर – आप अपने स्कूल के प्रधानाचार्य, SMC सदस्य, या ब्लॉक/जिला शिक्षा अधिकारी (BEO/DEO) से संपर्क कर सकते हैं।

प्रश्न – क्या इस योजना के तहत शिक्षकों की भर्ती की जाती है?

उत्तर – नहीं, PBBB मुख्यतः मौजूदा संसाधनों को मजबूत करने और शिक्षकों के क्षमता निर्माण पर केंद्रित है। शिक्षक भर्ती राज्य सरकारों की नियमित प्रक्रिया के तहत होती है।

प्रश्न – योजना के कार्यान्वयन की निगरानी कैसे होती है?

उत्तर – निगरानी कई स्तरों पर होती है: स्कूल स्तर पर SMC, ब्लॉक स्तर पर BEO, जिला स्तर पर DEO, राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशालय और राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा मंत्रालय। UDISE+ डेटा भी प्रगति ट्रैक करने में मदद करता है। सामाजिक अंकेक्षण (Social Audit) को भी प्रोत्साहित किया जाता है।

प्रश्न – क्या इस योजना का समय सीमा है?

उत्तर – यह एक सतत चलने वाली योजना है जिसे भारत सरकार की शिक्षा नीतियों और बजट आवंटन के अनुसार जारी रखा जाता है। इसके घटकों और फोकस में समय के साथ बदलाव हो सकता है।

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