लॉकडाउन में आपने क्या सीखा इसका वरदान हिन्दी में बताये

हेलो, lockdown me aapne kya sikha iska vardaan hindi me bataye? लॉकडाउन में आपने क्या सीखा इसका विवरण बताइए? लॉकडाउन से आपको सीखने के लिए क्या मिला? क्या वरदान मिला, अब जानेंगे वास्तव में यदि हम एक कंट्रोल की स्थिति में रहे हैं, घर में रहे हैं परिवार के साथ रहे हैं तो हमने एक अनुभव ज़रूर किया होगा। इस अनुभव को आप इस पोस्ट के माध्यम से साझा कर सकते हैं,

लॉकडाउन में आपने क्या सीखा इसका वरदान हिन्दी में बताये

हालांकि में अपना अनुभव इस पोस्ट के अनुसार साझा कर रहा हूँ चलिए शुरू करते हैं। lockdown में आपने क्या सीखा? जैसे कि दोस्तों अब जानते हैं। India में मार्च के महीने से जारी हुआ था और अभी वर्तमान में अन्लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। हम सब ने लगभग अपने परिवार के साथ घर में समय गुजारा, जहाँ बाहर काम करने जाते हैं तो हम बेताब रहते हैं।

काम निपटाने में लगे रहते हैं वह काम करने में अपना मन लगाते हैं, ठीक वैसे ही जो लोग किसी भी काम के आदी होते हैं वह घर पर वह फ्री टाइम नहीं बैठना चाहते हैं क्योंकि, उन्हें कुछ ना कुछ ज़रूर करना, कुछ लोगों ने अपनी बुक में पढ़ कर के समय को एडजस्ट किया। कुछ लोगों ने टीवी पर मनोरंजन और कुछ लोगों ने इंटरनेट से लोगों से तालमेल बनाकर इंटरनेट पर बहुत कुछ जानकारियों को पढ़ा और समझा,

लॉकडाउन में ऑनलाइन तरीके से पैसा कमाना

जो लोग ऑनलाइन तरीके से पैसा कमाना जानते हैं उनके लिए lockdown देखा जाए तो काफ़ी अच्छा साबित हुआ। इसलिए क्योंकि लॉकडाउन की परिस्थिति में जो ऑनलाइन काम करने वाले हैं, वह घर बैठ कर के अपने कंप्यूटर सिस्टम लैपटॉप या मोबाइल के माध्यम से उन्होंने मन लगाकर काम किया और अच्छा खासा इनकम भी लोगों ने किया।

जितना भी हो सका क्योंकि वह पूरा टाइम अपने ऑनलाइन काम में देते रहे। lockdown में घर से बाहर जाना तो ठीक नहीं था। लेकिन वह घर में रहकर भी इंटरनेट की दुनिया में इंटरनेट पर लोगों से जुड़ कर के तमाम प्रकार की जानकारियाँ हासिल की और कुछ जानकारियों को अपलोड किया।

इस प्रकार से देखा जाए तो जो इंटरनेट ऑनलाइन पर काम करने वाले लोग हैं। उनको देखा जाए तो काफ़ी अच्छा बेनिफिट कहा जा सकता है। हालांकि इस समय एक घर में रहना परिवार के साथ रहना ठीक है। लेकिन जो बाहर के चलने वाले आदमी हैं जो बाहर काम करने वाले आदमी है उनको थोड़ी बेचैनी महसूस है।

जान है तो जहान है

लेकिन फिर भी जान है तो जहान है इस कहावत को सिद्ध किया और लोग lockdown में अपने घर पर रहे और परिवार के साथ काम में हाथ बांटने के साथ-साथ मनोरंजन करने में काफ़ी लुफ्त उठाया और अपने आप को इस भयंकर बीमारी से बचाने का पूरा प्रयास किया और लोग सुरक्षित हैं। हालांकि ख़र्च देखा जाए तो ज़्यादा सामना करना पड़ा।

क्योंकि जो बाहर अपना जॉब करते हैं मेहनत मजदूरी करते थे और दुकान दफ्तर का काम करते थे। उन लोगों को थोड़े इनकम में असर पड़ा हुआ है हालांकि भारत सरकार ने सार्वजनिक तौर पर लोगों को जितनी सुविधा, इस हालात में हो सके उपलब्ध कराएँ और लोगों को परेशानियों से मुक्त करने या, परेशानियों से बचने के लिए सरकार ने बहुत ही प्रोत्साहन तरीके से काम किया।

लोगों ने कुछ शासन के काम को भी सराहना की, हालांकि परिस्थिति ऐसी रही कि लोग घर पर रहे। घर के अलावा कुछ ज़रूरी सामान को खरीदने के लिए बाहर भी गए और जो भी गया है सुरक्षित तरीके से इस प्रकार से बहुत से लोगों ने अपने अलग-अलग तरीके से घर पर रहकर के काम किए और परिवार के साथ एक अच्छा समय गुजारा। इससे यह वरदान साबित होता है कि लोगों को अपनी परेशानियों से थोड़ा बहुत जूझना पड़ा लेकिन समय को एक सही दिशा दे कर के समय को निकाला।

पोस्ट निष्कर्ष

दोस्तों आपने इस पोस्ट में लॉकडाउन के समय में हमने क्या किया किस प्रकार से हम अपने परिवार के साथ सुरक्षित रहे, इसके बारे में थोड़ी चर्चा कि आशा है दोस्तों आपको यह आर्टिकल ज़रूर पसंद आया होगा आप अपने दोस्तों के साथ इस आर्टिकल को ज़्यादा से ज़्यादा sajha करें धन्यवाद

नोट:-लॉकडाउन में पने क्या किया इसके बारे में आप हमें टिप्पणी में या कमेंट में जरूर बताएं आपका कमेंट आपके नाम के साथ गूगल पर शेयर किया जाएगा

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